काश धुएँ की तरह तेरी यादो से उड़ जाऊँ हस्ती मिटा के खुद की तुझसे जुड़ जाऊँ आ इस भीड़ में एक बार फिर से मार आवाज़ तुझे देख पीछे मुड़ जाऊँ