मेरा ख़ुदा गवाह कि मैंने इबादत के लम्हों में और ख़ुसूसी दुआओं में किसी अपने से ज़्यादा और ख़ुदा से बढ़कर उसी का नाम पुकारा है.... ✍🏻 जन्नत ( कसक़)