हम तो उनकी नजरों के तीर से ही घायल हुए बैठे है । वो तो शुक्र है उनका की हुस्न पर नकाब ओढ़ रखा था उन्होंने अगर हो जाता दीदार उनके हुस्न का , अभी तो हमे सिर्फ इश्क है उनसे , डर है कहीं ये इश्क जनून में ना बदल जाता । हुस्न Kђusђi SiŇgђ😟 कवि राहुल पाल Arzooo 😍😍