कुंडलियां दिल से जब सोचा उन्हें बंजर हुआ दिमाग। तन में उनके याद की फैल गई तब आग। फैल गई तब आग दिमाग काम ना आया। हर निर्णय निर्माण में दिल ने टांग अड़ाया। जिसके समक्ष नतमस्तक होता विश्व अखिल। दिमाग द्वितीय स्थान पर प्रथम रहा है दिल। अरुण शुक्ल "अर्जुन" प्रयागराज Tabrej Alam AD study GK Priyanshu Yadav ishu boy anil Nitin Raj JYOTI AWASTHI (Jiya) 🌸 Vijaya Singh नीरज निश्चल