आ कभी मिल तुझे दिखाऊं यादों के चिराग वो झूठे वादे,कमसे और तेरे झूठे गुलाब दिखाऊ तुझे तेरे साथ जीने के जो देखे थे ख्वाब आके देख मेरे दिल के टुकड़े हुए हैं हजार देख तुझे अपनी कलम से मशहूर कर दिया और देख आकर मैं कितना हुआ हूं बर्बाद GauRav mehTa