सुख क्या है? —दुःख का शेष। शेष क्या है? —धैर्य। संकट क्या है? —प्रकृति की इच्छा। प्रकृति क्या है? —आश्चर्य। आश्चर्य क्या है? —युधिष्ठिर ने यक्ष से कहा था : ‘‘सब तरफ़ सब मर रहे हैं, लेकिन बचे हुए सब जीने की इच्छा से भरे हैं।’’ ... . ©sandeep Singh #cactus