उसकी हर एक चाल का मैं प्यादा बन जाता हूं... कभी उसकी नज़रों में, तो कभी उसके कदमों में यूं हीं गिर जाता हूं... लोग कहते मुझसे कि छोड़ दे ये खेल जिसमें हमेशा तेरी हीं हार होती है... मैं सब कुछ अनसुना कर वहीं पागल शायर बन जाता हूं... उसके कदमों में यूं हीं गिर जाता हूं....✍️ #writersnetwork #writersofindia #writing #poetsofinstagram #poetscommunity