मौत से न पूछ कौनसे रस्ते से आएगी,,जिंदगी से पूछ कह | हिंदी शायरी
"मौत से न पूछ कौनसे रस्ते से आएगी,,जिंदगी से पूछ कहाँ तक ले जाएगी.
ये दुनिया खाली पन्नों का खेल है,,ये सिर्फ हुनर से ही भरी जाएगी.
लिखा जाएगा वही नाम तारिख में,,जिसके कदमों की धूल सूरज को भी छुपायेगी।"
मौत से न पूछ कौनसे रस्ते से आएगी,,जिंदगी से पूछ कहाँ तक ले जाएगी.
ये दुनिया खाली पन्नों का खेल है,,ये सिर्फ हुनर से ही भरी जाएगी.
लिखा जाएगा वही नाम तारिख में,,जिसके कदमों की धूल सूरज को भी छुपायेगी।