. जाम लगानी थी😔 शहर जल रहा था, लोग गए उसे बुझाने को, पर मुझे क्या, मुझे तो जाम लगानी थी। लपटे पहुंची किसी घोंसले, किसी घर तक, पर मुझे क्या, मुझे तो जाम लगानी थी। घिर गए आशियाने पड़ोसी के आग की लपटों में, पर मुझे क्या मुझे तो बस जाम लगानी थी। दे दिया दस्तक मेरे घर पर भी उस आताताई ने, अब जल्दी से मुझे बस एक जाम लगानी थी। जला अनाथों सा आशियाना मेरा, मेरा घर, मेरा प्यार, और तब मुझे जल्दी से एक जाम लगानी थी। अब आज बैठा हूं अकेला, गुमसुम, अनजान, बाहर मयखाने के, और अब आज मुझे बस एक आखरी जाम लगानी हैं। 😢😢😞😞😢😢😞😞😢😢 ©Adarsh Pandey #718 #kavita #Shayari #stay_home_stay_safe #Ayodhya #nojatohindi #Hopeless ToXiCASHU Shri dwivedi Abhi Sahjlan