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उसको भी आज़ कटते देखा जिसके लिये हैं बटते लोग प्र

उसको भी आज़ कटते देखा 
जिसके लिये हैं बटते लोग
प्राकृतिक नियम न कि भाग्य की रेखा
बेकार खेद जताते लोग 
बस कर्म धरा पर रह जाता 
क्षणभंगुर सब नियत नहीं संयोग 
सदकर्म में रमते देखा 
अमरत्व को पा जाते हैं लोग 
उसको भी कटते #lesson कच्ची सड़क
उसको भी आज़ कटते देखा 
जिसके लिये हैं बटते लोग
प्राकृतिक नियम न कि भाग्य की रेखा
बेकार खेद जताते लोग 
बस कर्म धरा पर रह जाता 
क्षणभंगुर सब नियत नहीं संयोग 
सदकर्म में रमते देखा 
अमरत्व को पा जाते हैं लोग 
उसको भी कटते #lesson कच्ची सड़क

#lesson कच्ची सड़क