भीड़ मै हु पर भीड़ से चिंतित नहीं. मेरी शख्सियत | हिंदी Quotes
"भीड़ मै हु पर भीड़ से चिंतित नहीं.
मेरी शख्सियत इतनी किंचित नहीं.
ज्वलित हु हर सांचे मैं ढलना जानता हु.
जल हु बहाव के संग चलना जानता हु.
प्रकाश हु, अंधेरे से विचलित नहीं.
भीड़ मै हु पर भीड़ से चिंतित नहीं.!"
भीड़ मै हु पर भीड़ से चिंतित नहीं.
मेरी शख्सियत इतनी किंचित नहीं.
ज्वलित हु हर सांचे मैं ढलना जानता हु.
जल हु बहाव के संग चलना जानता हु.
प्रकाश हु, अंधेरे से विचलित नहीं.
भीड़ मै हु पर भीड़ से चिंतित नहीं.!