रेशम से सारे फैसले बार-बार उलझ रहे सिक्के के दोनों पहलु बार-बार पलट रहे सोच इतनी गहरी के समंदर भी शर्मा जाए दफ़न इतने राज़ के एक कब्रिस्तान समा जाए ये दिल, ये दिमाग पत्थर सा लग रहा क्यों मुझे सन्नाटा भी अब शोर लग रहा #mojzamiracle #deepalidp #jashnerekhta #hindishayari