सिर्फ साँसे ऊखड रही है, मरना अभी बाकी है।। है जाम मैरै हाथौं मै, छलकना अभी बाकी है।। दिखा दुँगा तूझै तैरै ईश्क की औकात, मैरै जख्म गहरै, कलम जवाँ, और लिखना अभी बाकी है।। saleem Dikha Dunga Tere Ishq ki Okat Tujhe