आपना और पराया क्या हैं? मुझे तो बस यही पता है जो भावनाओं को समझे वो अपना और जो भावनाओं से परे हो वो पराया जो दुर रहकर भी पास हो वो अपना और जो पास होकर भी दूर हो वो पराया।