सहल ज़रा ना था तुमसे दूर जाना
पर मुकद्दर की यही इक कहानी थी।
पहला प्यार तुमसे था जहनसीब
और आख़िरी भी तुमसे रवानी थी।
बस नाम ए- मोहब्बत परवान छड़े
सदा हमारी यही दुआ- ए- निशानी थी।
ख़ास तुम हमारा एहतराम करते रहते
बाकी ख़ुदा की बहुत मेहरबानी थी। #LostTracks