बहुत दिनों बाद मैंने अपनी डायरी और कलम उठायी लिखने को, लेकिन अचानक से जो मैनें कलम को पकड़ा वो मेरी नब्ज़ भांप गई मेरे दिल का जैसे हर दर्द जान गई मेरे जज़्बातो को ज़ाहिर कुछ उसने यूँ किया, मैने लिखा 'खुशी' वो 'खुदखुशी' लिख गई जहाँ मैने लिखा 'रोशनी' वहाँ 'काली स्याही' फेल गई जो मैने लिखा 'जिंदगी' वो वहीं टूट गई ....!! कलम भी आज कागज से रुठ गई फिर पूरी करनी भी चाहि मैने दास्तान-ए-जिंदगी पर डायरी न जाने मेरी कहाँ खो गई मेरी कहानी अधूरी ही छूट गई....!! #Diary_aur_kalam #Shayari #Nojotohindi