हर रोज किसी की इबादत करके एक दिन उसे किसी और का बनाना, हाथ पकड़ कर चलना पर साथ ना निभाना.... जब कम पड़े हिम्मत तो मज़बूरीयाँ गिनवाना, और जब ना मुकम्बल कर पाओ मोहब्बत तो राधा - कृष्णा बन जाना.... सुनो ! आशिकी का ये सलीक़ा मुझे नहीं भाता, सच कहते हैं लोग, मुझे सच्चा इश्क़ नहीं आता ! क़ुरबानी ही क़ुरबत है, रूह से उसे अपनाना, कभी गुज़रे वो करीब से, तो नज़रें भी ना मिलाना.... अगर क़त्ल भी करदें शान की खातिर, तुम माँ बाप को खुदा बताना, गैर था प्यार तुम्हारा समझके, ताउम्र एक गैर से रिश्ता निभाना... सुनो ! ये सलीक़ा मुझे रास नहीं आता, सच कहते हैं लोग, मुझे सच्चा इश्क़ नहीं आता ! #yqtales #yqquotes #lovequotes #happyme #truelove