उम्मीदों का चिराग लेकर तूफ़ानों में निकले थे हम तुझे ढूंडने, तूफ़ान की हवाओं से चिराग ना बुझपया, हमारा लेकिन तेरे ना लौटने की ज़िद ने पल भर में ही इसे ठंडा कर दिया।। #NojotoQuote Extinguished candle #farhanrazakhan