शायद वो आँखों के तराजू से तौलते हैं बशर, सीरत पर मरते, तो बात बनती छुपा के रखे, थे कुछ इरादे जो जान जाते, तो बनती पसन्द उन्हें था मगर नहीं था कुछ कह के जाते, तो बात बनती सवाल तो थे, जवाब ना थे देकर जो जाते, तो बात बनती थोड़ी अलग है मेरी कहानी जो सुनकर जाते, तो बात बनती - Traveling poet #दोटुक #travelingpoet