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खामोशी अच्छी लगती है। जब तुम मुझे देख कर थोड़ा मु

खामोशी अच्छी लगती है।

जब तुम मुझे देख कर थोड़ा मुस्कराते हो,
इशारों ही इशारों में सब कह जाते हो।
तुम्हरे चेहरे की वो खामोशी अच्छी लगती है ।

तेरे बिना ये विरह चुभन सी लगती है,
पर तेरी यादें सुबह से शाम चलती हैं।
वो माहौल की खामोशी अच्छी लगती है ।

पता नहीं तेरी बातें मुझ पर किस तरह असर करती हैं,
तनहाई में तुम्हरी कही बातें चटपटी स्वाद सी लगती हैं।
हां अब मुझे ये खामोशी अच्छी लगती है ।

पता नहीं क्यों मुझे खामोशी अच्छी लगती है । #sunlight 
#Sksingh 
#tumhariyad  Shivu dolly Suman Zaniyan
खामोशी अच्छी लगती है।

जब तुम मुझे देख कर थोड़ा मुस्कराते हो,
इशारों ही इशारों में सब कह जाते हो।
तुम्हरे चेहरे की वो खामोशी अच्छी लगती है ।

तेरे बिना ये विरह चुभन सी लगती है,
पर तेरी यादें सुबह से शाम चलती हैं।
वो माहौल की खामोशी अच्छी लगती है ।

पता नहीं तेरी बातें मुझ पर किस तरह असर करती हैं,
तनहाई में तुम्हरी कही बातें चटपटी स्वाद सी लगती हैं।
हां अब मुझे ये खामोशी अच्छी लगती है ।

पता नहीं क्यों मुझे खामोशी अच्छी लगती है । #sunlight 
#Sksingh 
#tumhariyad  Shivu dolly Suman Zaniyan