किताबें खामोश हो कर भी कुछ केहतीं है किताबें , अपने सीने में संजो कर ख्वाब सुहाने, खुद मे ही सिमटी रेहतीं है किताबें।। यूँ तो संसार का सारा ज्ञान हैं इनमें, फिर भी आज किसी कोने में धूल से दबी हुईं होती है किताबें।। सुरज की कलम✒ से #bookreading #nojoto #booklover