कहीं देख ना लू मैं वो शक्श अकेले में ज़ख्मों को सीता हैं रिश्तों के समुंदर में वो शक्श हर घूंट जिम्मेदारियों का पीता हैं और मैं क्या बनूंगा ज़िन्दगी में कभी उससे बेहतर वो पिता ही हैं जो अपने लिए नहीं अपनो के लिए जीता हैं -अल्फ़ाज़ Happy Fathers Day ❤️ Aaj 1 Hug to bnta haii yarr Aj 1 Hug to bnta h yrr attitude,ego, darr aj sbkuch side rakho aur jakr hug krlo unko (Bole to Jadu ki jhappi❤️ ) . . . . . . .