तू मेहेज़ मेरे हाथों को पकड़ ले, लकीरों में तेरे,मेरा नाम नहीं, और जो ख्वाइशें हैं तेरी,मेरे साथ जीने की, माफ़ करना साहब ! हम मोहब्बत की साँस लेने के क़ाबिल ही नहीं ! #nojotoworld #nojoto #shayri #love #poetry #sher