जो इश्क़ की नज़्में लिखता नही । वो इश्क़ की बातें क्या जाने । जो अब तक किसी से बिछड़ा नही । वो तन्हा रातें क्या जाने । जिसे अपना पराया मालूम नही । वो साथ निभाना क्या जाने । जो बिछड़न की दर्द से गुजरा नहीं । वो अश्क़ बहाना क्या जाने । जो प्रेम की पोथी पढ़ न सका । वो रांझे और हीर को क्या जाने । जो दिल पे चोट ही खाया नही । वो दिल की पीड़ को क्या जाने । -avi.