उठना याद है सोने का कुछ पता नहीं चल पाता मज़दूर की मजबूरी पे सब के सब अकड़ रहे हैं । ©️✍️ सतिन्दर #NojotoQuote उठना याद है सोने का कुछ पता नहीं चल पाता मज़दूर की मजबूरी पे सब के सब अकड़ रहे हैं । ©️✍️ सतिन्दर #kuchलम्हेंज़िन्दगीke #satinder #सतिन्दर #नज़्म #रेख़्ता #गज़ल #ghzal #poetry #shyari कृष्ण की कलम से Akshita Jangid(poetess)