बेशर्त दोस्ती वो बचपन की महफ़िल वो यारों की हस्ती, जहाँ बिन बिगड़ी थी अपनी ये बेशर्त दोस्ती, याद करता हे हर कोई वो इक पल की मस्ती, न जाने कहाँ खो गयी वो बे शर्त दोस्ती, वो बचपन की महफ़िल वो यारों की हस्ती, जहाँ बिन बिगड़ी थी अपनी ये बेशर्त दोस्ती, याद करता हे हर कोई वो इक पल की मस्ती, न जाने कहाँ खो गयी वो बे शर्त दोस्ती, Lucifer..👑 khushi kumawat.. 😊 Suman Zaniyan