ज़िंदगी और जंग जिंदगी एक जंग है। इस में हम एक खिलाड़ी जैसे कभी हसात तो, कभी रूलाता है। कभी गम तो कभी हर दम यही है जीवन, जिंढगी। जंग जंग एक जीवन के एक अंग है। इस जंग एक सौढा है। कभी किसी को झुका ढेता है, कभी किसी को सजा ढेता है कभी किसी को औलाद बनाता है। जंग के साथ चलना 🚶 का ईस जीबन का धर्म है। ज़िन्दगी और जंग