मन बंजारा सा दिल आवारा सा, मुझको तो था बस एक तेरा सहारा सा, तेरे बिना अब फिरता हूँ मैं राहों में मारा मारा सा, कर लिया हमने एक बार अब ना होगा ये इश्क दोबारा सा।। #banjara #74