सोचता हूँ तुझे सोचना छोड़ दू..2 तेरी तस्वीर को देखना छोड़ दूं.. सोचता हूँ तुझे सोचना छोड़ दू.. अब तुम्हे याद करने से क्या फायदा इस तरह अब रात भर जागना छोड़ दू.. सोचता हूँ तुझे सोचना छोड़ दू ये अलग बात अब कोई रिश्ता नही प्यार से क्यू मगर देखना छोड़ दू.. मेरी किश्मत में नही शायद वो Akkuu ji क्या खुदा से तुझे माँगना छोड़ दू सोचता हूँ तुझे सोचना छोड़ दू तेरी तस्वीर को देखना छोड़ दूं.. Waqar Farazi One editing guys Akkuu ji.. sorry Waqar Farazi