हज़ार ख़्वाहिशों का बोझ लिए चलते हैं, हम अपने लिए नहीं अपितु अपनों के लिए जीते हैं, हमारे अपनों के चेहरे पर मुस्कुराहट देखकर हम खुद भी मुस्कुरा लेते हैं, हम तो वो हैं जो खुद को भूल कर दूसरों के लिए भी जी लेते हैं || 😍Minakshi goyal 🤘 #khwahish