कुछ ख़ुद के कुछ वक्त के हाथों मजबूर हुँ मैं, अपनी ही बेखुदी में चुऱ हुँ मैं। यु तो रिस्ते निभाना आ गया था मुझे, बस उसी आदतों में ढलकर बेजुबान, बेकुसूर हुँ मैं। कुछ इस कदर सुनीं है महफ़िल मेरी , जाने किस सज़ा का हकदार हुँ मैं। #nojoto #hindi #nojotoapp #life #Hopeless mehak dungmali 😌Dil_ke_Alfaz😌💔😔