#Worldteacherday आज से ठीक एक महीने पहले मैंने नोजोटो जॉइन किया था,उससे पहले मुझे कविता की A B C भी नही आती थी। जितना सोचा था सब्सक्राइबरों की संख्या उतनी तो रचनाएं हो गईं। सोचा था 60-70 हो जाएं तो बहुत है, लेकिन यहाँ तो 1500 हो गए अर्श भैया ने दिखाया राह, अब आशीर्वाद आप सभी के मिल गए कुछ न आता था मुझे पहले, यहाँ शिक्षक तमाम मिल गए सभी का नाम लेना कठिन है पर, हम आपके ऋणी अब हो गए #Worldteacherday