राहों का ख़्याल है मुझे, मंज़िल का हिसाब नहीं रखती... अल्फ़ाज़ दिल से निकलते है, मैं कोई किताब नहीं रखती... मंज़िल की ओर कदम.... #nojoto #nojotohindi #poetry #quotes #manzil #life