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हम किताबों में उलझे ही थे की, वो चुपके से मेरे पास

हम किताबों में उलझे ही थे की,
वो चुपके से मेरे पास आ गए।
मेरे आँखों को बन्द करके, 
धीरे-धीरे कानों मे कुछ अल्फाज कह गए।
फिर क्या था वो किताबों को बन्द किए मेरे!
उनकी बातों को सुनकर होंठो पर मेरे, 
मुस्कान अपने आप आ गए। #Vo_mere_pass_aaye
हम किताबों में उलझे ही थे की,
वो चुपके से मेरे पास आ गए।
मेरे आँखों को बन्द करके, 
धीरे-धीरे कानों मे कुछ अल्फाज कह गए।
फिर क्या था वो किताबों को बन्द किए मेरे!
उनकी बातों को सुनकर होंठो पर मेरे, 
मुस्कान अपने आप आ गए। #Vo_mere_pass_aaye