दो शब्द लिख खुद की कविता नीलाम करता हूँ, जन सभा में कीमतों का बंटवारा खुलेआम करता हूँ। सुकून देती सानेहा में शब्दों को कलाम देता हूँ, तीरगी से छुटकारा पाये जहन को पैगाम देता हूँ। लहू में दौड़ती अतृप्त पंक्तियों को सलाम करता हूँ, थक चुका लिखते लिखते अब जरा आराम करता हूँ। #कविता #नीलाम #आराम #लिखते #लिखते #कलाम #सलाम । #Nojoto #Poetry #shayri 🌹Adhoori Khwahish🌹 My_Words✍✍