तू जो ख्वाबों में भी आ जाए तो मेला कर दे ,गम के मरुस्थल में भी बरसात का रेला कर दे,, याद वो है ही नहीं आए जो तन्हाई में तेरी याद आए तो मेले में अकेला कर दे ✍️डॉ विष्णु सक्सेना #HEARTSBOKEH