बचपन मे 1 ₹ की पतंग के पीछे 2 की.मी. तक भागते थे... न जाने कीतने चोटे लगती थी... वो पतंग भी हमे बहोत दौड़ाती थी... आज पता चलता है, दरअसल वो पतंग नहीं थी; एक चेलेंज थी... खुशीओं को हांसिल करने के लिए दौड़ना पड़ता है... वो दुकानो पे नहीं मिलती... शायद यही जिंदगी की दौड़ है ...!!! 👍🏻Happy Makarsankranti....... #NojotoQuote Happy Makarsankranti....... शायद यही जिंदगी की दौड़ है ...!!! 👍🏻Happy Makarsankranti....... #festival #fun #love #friends #yqbaba #yqhindi #yqtales #life Follow for more Read my thoughts on @yourquotes