है, कौन सी वो गंध...? जो पीछा करती है सदा...सर्वदा सर्व-सुगन्धित-द्रवों से परे पराजित करती हर गंध को...!!! सुशोभित करती चित्त विस्मृति को,,,, ****प्रिय **** वह यादों की गंध है.....!! घर कि डेहरी को गलियारो में समेटी हुई...!!! है, कौन सी वो गंध...? जो पीछा करती है सदा...सर्वदा सर्व-सुगन्धित-द्रवों से परे