पिता! दुआ से तेरी और मज़बूत होता है हौसले का पाया बदल जाता है नज़ारा छा जाता है ख़ुमार तुम नई चर्चा में आ ही जाते हो आब -ओ -ताब के साथ बनकर नज़ीर # तुम मिसाल हो पिता