मोहब्बत , प्यार सबकी अपनी अपनी परिभाषा है , असल में मेरे दोस्त इसकी कोई भाषा नहीं बस सिर्फ आशा है। -: कुंवरसाहब डायरी चल ना यार जब आशा करनी ही है तो खुद से करते हैं #Nt Love Only Live #lostinthoughts