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Revenge है, तकलीफ़ ज़माने से मुझे भी कुछ कि सोचता हू

Revenge है, तकलीफ़ ज़माने से मुझे भी कुछ कि सोचता हूँ मैं भी लोगों की तरह बदला उनसे जो मुझे दर्द दिया है,
पर माँ ने कहा था मुझसे बदला से कुछ नही जीत सकते हो, उसे प्यार से ही जाता है। बदला से नही बल्कि प्यार से
Revenge है, तकलीफ़ ज़माने से मुझे भी कुछ कि सोचता हूँ मैं भी लोगों की तरह बदला उनसे जो मुझे दर्द दिया है,
पर माँ ने कहा था मुझसे बदला से कुछ नही जीत सकते हो, उसे प्यार से ही जाता है। बदला से नही बल्कि प्यार से