अाज भी उसके दिल मे, मेरा लिए, बस मेरे लिए एक कोना रहा होगा चाहे वो नफरत का होगा, या फिर महोबत का रहा होगा और कितने लम्हे, कितनी राते, कितने दिन कितनी शामे, ढल गई एक चाहत मे मै तो चाहता था रूख्सत करू चमन से मगर मै जानता हूँ, बेमुरव्वत है वो मेरे मरने की नही जीने की दुआ कर रहा होगा #you#av