मिजाज, हर किसी के ठीक होते है करम, काण्ड,पुण्य, पाप , वो सारी गल्तिया सबके हिस्से की जागीर है, बदलना किसी के हाथ मे नही, मगर" किसी से तौबा करना, अपने घमंड को मुनसिफ रखना हर किसी के बश की बात नही, जो सच है, वो बदल नही सकता ,मेरे हिस्से की रोटी कोई छिन नही सकता, किस भरम मे जीते हो जनाब आप, सपनो की गलियो मे अन्धेरा ही होता है उजालो मे सिर्फ, गल्तिया होती है, कदम चलते जरुर है मगर, इन्सान को आगे उसकी सोच ले जाती है, मिजाज ठीक रखो, हर वक़्त अनमोल होता है, सबका ना सही, पर अनमोल वक़्त ही अपना होता है। मिजाज ठीक रहे, तो हर इंसान ठीक होता है, दाग लगे तो, जिन्दा मुर्दो का सरदार होता है, ©Shubham Sharmaji गुड things always came with Hiding shades #Hopeless