में रंजिश थी खुदा की हमें मिलाने कि। रिश्ता था रूह से तेरी, मंजूर ना थी दुनिया को यह बात मेरी। फासले हुए तेरे-मेरे बीच में, पर मुहब्बत थी, जो एक पल भी कम ना हुई मेरी। मांगा था दुआ में तुझे खुदा से मेरे, पर कबूल ना कि दुआ उसने मेरी, कहा मुझसे, मत मांग मुझसे दुआ में वो जो तेरे लिए बना ही नहीं। छलक पड़े आंसु मेरे यह सुनकर, पर रही दिल में केवल एक ही बात, क्या कबूल होगी इलतजा मेरी? Kya kabhi Kabul hgi iltija meri? Bonjour Stitchers 🙋🏻 Stitch on #QSभीगेभीगेमौसम from "Aaya Na Tu" by Arjun Kanungo & Momina Mustehsan. #QSquoteasong #quotestitchers #yqquotestitchers #yqdidi #love #yolopomo #YourQuoteAndMine Collaborating with Quote Stitchers