ए नादान दिल ज़रा संभल कर चल कहीं भूल न हो जाए,! जिसको समझ बैठा है तू परस्तिश के फूल कहीं शूल न हो जाए..!! तू चल तो दिया है कांच का दिल लेकर पत्थरों की दुनिया में,! कदम ज़रा आहिस्ता रख ये रिवाज़ों की बस्ती है कहीं धूल न हो जाए..!! यहां चहकती हर आवाज में बुलबुल नजर आती है,! "राज" ज़नाब दिल को ज़रा थाम कर ही रखना कहीं रसूल न हो जाए..!! @darshan राaj.... ✍️ #a #alonesoul #alone #Life #Nojoto #nojotoshayari #gazal #ग़ज़ल #Love #Dard रसूल= खुदा का फरिस्ता परस्तिश =पूजा शूल =अधिक पीड़ा Chandramukhi Mourya Bhagat ™¶पागल¶शायर¶शु¡भ¶ Haquikat 💎