बारिश की बूँदों में तेरी याद आती है । तेरे लवों की मुस्कान हमको पागल कर जाती है। हमसे दूरी ये तुम्हारी सही न अब जाती है। तेरी मेरी दोस्ती तभी तो मोहब्बत कहलाती है। s.k.sharma