Nojoto: Largest Storytelling Platform

बाबुल की मैं गुड़िया थी मां की आंख का तारा अभी ना

बाबुल की मैं गुड़िया थी
मां की आंख का तारा 
अभी ना ठीक से दुनिया देखी
ना देखे थे चांद सितारा
मेरे सपने मेरे ख्वाबों को
आखिर कुचल किसने डाला
नन्ही सी मैं जान थी
किसका क्या बिगाड़ा था
जो उन दरिंदो ने मिल कर
मेरा बचपन उजाड़ा था
मेरे जिस्म से मेरी रूह को
अलग उन्होंने कर डाला था
शायद ही मैं कभी ये भूल पाऊंगी 
इस संसार में दुबारा कभी एक बेटी 
बन कर ना आऊंगी

©Pihu Dhaundiyal #Stoprape
बाबुल की मैं गुड़िया थी
मां की आंख का तारा 
अभी ना ठीक से दुनिया देखी
ना देखे थे चांद सितारा
मेरे सपने मेरे ख्वाबों को
आखिर कुचल किसने डाला
नन्ही सी मैं जान थी
किसका क्या बिगाड़ा था
जो उन दरिंदो ने मिल कर
मेरा बचपन उजाड़ा था
मेरे जिस्म से मेरी रूह को
अलग उन्होंने कर डाला था
शायद ही मैं कभी ये भूल पाऊंगी 
इस संसार में दुबारा कभी एक बेटी 
बन कर ना आऊंगी

©Pihu Dhaundiyal #Stoprape