दर्द और दवा वस्ल की किस्मत में ज़श्न हैं । हिज़र के हिस्से तमाशे बहुत हैं । रेत पर किसने प्यास लिखी है । किसने कह दिया हम प्यासे बहुत हैं । azeem khan # रेत पर किसने प्यास लिखी है #