जिगर का टुकड़ा मेरा ज़िगर का टुकड़ा नही, मेरी रूह है तू,, रात का लावारिस सपना नही, मेरी हक़ीकत है तू,, फकीर की कोई दुआ नही, मेरा खुदा है तू,, चिराग की कोई रोशनी नही, मेरा आफताब है तू,, मेरा बेबफा यार नही, मेरा बेमतलब प्यार है तू,, मेरी ग़ज़ल का मुखड़ा नही, मेरी ग़ज़ल है तू,, छोटी बात नही,दिल की गह- राई का गहरा ज़ज़्बात है तू,, #relationships #december #love