जन्नत माँ के पैरों सा इस दुनिया मे क्या होगा, अगर माँ की कोख नही होगी तो जनाब-ए-दिल कहा होगा। प्यार माँ के आँचल सा जमाने मे कहा होगा, तकलीफ-ए-दिल जिसका हो वो माँ का नही तो किसका होता,, सिकंदर कभी मुक्कदर ना होता जो माँ का गोद नही होता।।। शेर कहते है जो खुदको जिसके जिस्मे लहू माँ का होगा, अश्रु छुपाते है जो दिल वो ह्रदय माँ का होगा। साया माँ के कदमो सा नसिबे साथ कहाँ होगा, जब माँ नही होगी दुनिया वीरान सा होगा,, तहजीब मेरे लफ़्ज़ों का मेरे माँ का दिया होगा।।। धड़कन साथ तब तक देगी ममता माँ की साथ जब तक होगी, गम-ए-शोर तब तक नही होगा माँ का साथ जब तक होगा। सुकून-ए-गोद कहाँ होगा जब माँ का अस्तित्व नही होगा, शक्ति माँ के साए जैसा कोई सश्क्त कहा होगा,, जो घर भेदभाव से हो परे वो घर माँ के ह्रदय सा कही और कहाँ होगा।।। #माँ#nojotohindi